भौकाली ब्लॉगर
कालेज डेज में हम लोगों को नसीहत दी जाती थी कि खाली, बीए-एमए करने से कुछ नही होगा. कुछ बनना है तो स्पेशलाइज्ड फील्ड चुनो. इसी तरह जर्नलिस्टों की जमात में घुसने पर सीनियर्स ने कहा आगे बढऩा है तो...
View Articleहुक्म करो मेरे आका!
चलिए इस बार ब्लॉग के बहाने थोड़ा और नेट सैवी हो जाएं. नो पॉलिटिक्स, नो लिटरेचर, नो सटायर, नो फैंटसी. बस थोड़ा टेक्निकल. कम्प्यूटर है तो इंटरनेट है, इंटरनेट है तो पूरी दुनिया मुट्ठी में. की-बोर्ड पर...
View Articleनया मोबाइल और तैयार लडक़ा
सेलफोन हो या शादी के लिए सूटेबल ब्वॉय, जिसको देखो वही उनके पे्रजेंटेशन में परेशान है. मौका मिला नहीं कि लोग शुरू हो जाते हैं फीचर्स गिनाने. उपभोक्तावाद ने एक नई तरह का समाजवाद ला दिया है. जिसे देखो वही...
View Articleजाना था जापान पहुंच गए चीन
जाना था जापान पहुंच गए चीन वाह भई वाह... साला ये जहाज ना हुआ टेम्पो हो गया. अभी तक ये तो देखा और सुना था कि गलत ट्रेन में बैठ कर कोलकात्ता के बजाय मुंबई पहुंच गए. बनारस में था तो एक दोस्त लाला को लखनऊ...
View Articleचांदा चमके चम-चम...
आधा है चंद्रमा रात आधी..रह ना जाए बात आधी..मुलाकात आधी.. ये गाना तो सुना होगा. आज भी ये गाना रोमांटिक लगता है. और जब बात शरद पूर्णिमा की हो तो चांद दीवाना बना देता है. सो आज आधे चंद्रमा की नहीं पूरे...
View Articleजा बढ़ा के...
मुंबई से आया मेरा दोस्त, उड़ गए उसके होश. सामान उतरना था लखनऊ लेकिन पहुंच गया पटना, अब दोस्त घूमे पहने घुटन्ना. पिछली बार गो एअर दिल्ली जाने वालों को पटना ले गई थी. इस सोमवार को इंडीगो लखनऊ में उतरे 32...
View Articleजीयो जी भर के!
जिंदगी है तो ख्वाहिशें हैं और ख्वाहिशें होती हैं हजार. कुछ होती है पूरी और कुछ रह जाते हैं ख्वाब. काश ये होता, काश वो होता. काश, ऐसा हमारे जमाने में होता. जिंदगी के उजाले में जीने के बाद कौन देखना...
View Articleएल्युमनी मीट सी कुछ रातें
इस बात को दो दशक से ज्यादा हो गए लेकिन अभी भी किसी मीठी नींद वाली रातों में क्यूं दिखाई देता है कांफ्रेंस रूम में मेजर का वो चेहरा, कांफिडेंस से भरा जिंदगी में हार ना मानने की नसीहत देता हुआ. सामने...
View Articleमार्निग वॉकिंग
आजकल वॉक का मौसम है. क्रॉनिक वॉकर्स यानी बारहमासी वॉकर्स तो आलू की तरह कहीं भी मिल जाएंगे लेकिन मौसमी वॉकर्स दिसंबर में ज्यादा पाए जाते हैं. सुबह-शाम धुंध के बीच घूमने का मजा ही कुछ और है. वॉक करते समय...
View Articleचिरकिन और विकिलीक्स
चिरकिन और विकिलीक्ससब विकिलीक्स-विकिलीक्स चिल्ला रहे हैं. कुछ समय पहले तक इसका नाम भी नहीं सुना था. पूरी दुनिया विकिलीक्स की लीक ’ से दहली हुई है. इसके करता-धरता असांजे तो रातों रात सुपर स्टार बन गए...
View Articleठंड में हुए छुहारा
हफ्ते दस दिन ठंड और रहेगी, झेल लीजिए. बिना वजह हल्ला मचा रखा है. हर साल ये होता है. चैनल वाले चीखे जा रहे हैं बर्फ दिखा-दिखा कर. कोई पांच साल, कोई 15 साल तो कोई 25 साल का हाड़तोड़ ठंड का रिकार्ड तोड़े...
View Article‘आओ फिर से खेलें ..’
वैसे तो फरवरी पढ़ाई का महीना होता है. एग्जाम सिर पर होते हैं. लेकिन मौसम के लिहाज से फरवरी बोले तो फन. फरवरी में आता है बसन्त और बौर. इसी महीने वैलेन्टाइन्स डे भी पड़ता है. इस खुशनुमा मौसम में एक अजीब...
View Articleलॉयलटी टेस्ट
सब कुछ सीखा हमने ना सीखी होशियारी...सच है दुनियावालों कि हम हैं आनाड़ी....आजकल दुनियादारों के बीच तो पता ही नहीं चलता कि कौन 'अनाड़ी' है और कौन 'खिलाड़ी'- जिसकी लॉयलटी पर शक किया जा रहा है वो या जो शक...
View ArticleHats Off
वैसे तो आजकल लोग एक-दूसरे को टोपी पहनाने से नही चूकते. मौका मिला नही कि टोपी ट्रांसफर..फिर खुजाते रहिए सिर. लेकिन अभी भी कुछ लोग ऐसे हैं जो टोपी ट्रांसफर करने में विश्वास नही रखते बल्कि अपनी टोपी उतार...
View ArticleDonkey calling Murga
आज कल मोबाइल के बिना काम नहीं चलता. थोड़ी देर के लिए नेटवर्क गायब हुआ नहीं कि सब बेचैन हो जाते हैं. किसी की जरूरत है तो किसी को नशा है बात करने का. बात करनी है तो करनी है. नेटवर्क बिजी है या...
View Articleचकर-चकर
दिनभर चकर-चकर करना, दोस्तों के साथ किसी भी सब्जेक्ट पर गपियाना, किसी मसले पर बेवजह टांग अड़ाना और किसी मुद्दे पर गंभीर बतियाना, सबकुछ ब्लॉगिंग के दायरे में आता है. जैसे कोई किसी अनजान शहर की सडक़ों पर...
View Articleये डीके बोस कौन हैं
ये डीके बोस कौन हैं,क्यों भाग रहे हैं, उन्होंने कौन सा क्राइम किया है. भागना डीके बोस की मजबूरी है. नहीं भागेंगे तो ‘पप्पू साला’ बन जाएंगे जो डांस नही कर सकता. पीछे ना छूट जाए, इसके लिए वक्त के साथ...
View Articleमिल गए डीके बोस..!
गाना उनका आफत इनकी. शीला...शीला की जवानी...सही कहा जवानी को ठीक से हैंडल ना किया जाए तो आफत हो जाती है. शीला क्या जवान हुई उन सब शीलाओं पर आफत आ गई जो जवानी की उम्र पार कर चुकी थी. एक्सपायरी डेट के बाद...
View Articleफ्रेंच किस!
आज थोड़ा वॉक करते हैं. जिंदगी को करीब से देखने और समझने के लिए पैदल चलना जरूरी है. पैदल चलने का मतलब पैदल होना कतई नहीं है, यहां तो बस कुछ दूर पैदल चलने की बात हो रही. पैदल होने और पैदल चलने में बड़ा...
View Articleदोस्त-वोस्त...यार-व्यार...!
साहित्य समाज का आइना होता है लेकिन लगता है आजकल समाज का आइना सोशल नेटवर्किंग साइट्स भी हैं. सो आज उन लोगों की बात जो किसी ना किसी की फ्रेंड लिस्ट में हैं. हर फ्रेंड जरूरी होता है चाहे वो फेक,...
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